रामायण माहात्म्य, तुलसी विनय और फलस्तुति Apr 24, 2021 1,974 0 पूँछिहु राम कथा अति पावनि। सुक सनकादि संभु मन भावनि॥ सत संगति दुर्लभ संसारा। निमिष दंड भरि एकउ बारा॥3॥ जो आपने…
भजन महिमा Apr 24, 2021 1,678 0 चौपाई : रघुपति भगति सजीवन मूरी। अनूपान श्रद्धा मति पूरी॥ एहि बिधि भलेहिं सो रोग नसाहीं। नाहिं त जतन कोटि नहिं…
गरुड़जी के सात प्रश्न तथा काकभुशुण्डि के उत्तर Apr 24, 2021 2,457 0 चौपाई : पुनि सप्रेम बोलेउ खगराऊ। जौं कृपाल मोहि ऊपर भाऊ॥। नाथ मोहि निज सेवक जानी। सप्त प्रस्न मम कहहु बखानी॥1॥…
ज्ञान-भक्ति-निरुपण, ज्ञान-दीपक और भक्ति की महान् महिमा Apr 24, 2021 2,117 0 भगति पच्छ हठ करि रहेउँ दीन्हि महारिषि साप। मुनि दुर्लभ बर पायउँ देखहु भजन प्रताप॥114 ख॥ मैं हठ करके भक्ति पक्ष…
काकभुशुण्डिजी का लोमशजी के पास जाना और शाप तथा अनुग्रह पाना Apr 24, 2021 936 0 दोहा : गुर के बचन सुरति करि राम चरन मनु लाग। रघुपति जस गावत फिरउँ छन छन नव अनुराग॥110 क॥ गुरुजी के वचनों का…
गुरुजी का शिवजी से अपराध क्षमापन, शापानुग्रह और काकभुशुण्डि की आगे की कथा Apr 24, 2021 1,708 0 दोहा : सुनि बिनती सर्बग्य सिव देखि बिप्र अनुरागु। पुनि मंदिर नभबानी भइ द्विजबर बर मागु॥108 क॥ सर्वज्ञ शिवजी…
रुद्राष्टक Apr 24, 2021 1,426 0 करि दंडवत सप्रेम द्विज सिव सन्मुख कर जोरि। बिनय करत गदगद स्वर समुझि घोर गति मोरि॥107 ख॥ प्रेम सहित दण्डवत्…
गुरुजी का अपमान एवं शिवजी के शाप की बात सुनना Apr 24, 2021 983 0 सोरठा : गुर नित मोहि प्रबोध दुखित देखि आचरन मम। मोहि उपजइ अति क्रोध दंभिहि नीति कि भावई॥105 ख॥ गुरुजी मेरे…
काकभुशुण्डि का अपनी पूर्व जन्म कथा और कलि महिमा कहना Apr 24, 2021 1,549 0 चौपाई : सुनु खगेस रघुपति प्रभुताई। कहउँ जथामति कथा सुहाई।। जेहि बिधि मोह भयउ प्रभु मोही। सोउ सब कथा सुनावउँ…
शिव-पार्वती संवाद, गरुड़ मोह, गरुड़जी का काकभुशुण्डि से रामकथा और राम महिमा सुनना Apr 24, 2021 1,678 0 चौपाई : गिरिजा सुनहु बिसद यह कथा। मैं सब कही मोरि मति जथा॥ राम चरित सत कोटि अपारा। श्रुति सारदा न बरनै पारा॥1॥…