रामायण, महाभारत, गीता, वेद तथा पुराण की कथाएं
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विभीषण का राज्याभिषेक

चौपाई : आइ बिभीषन पुनि सिरु नायो। कृपासिंधु तब अनुज बोलायो॥ तुम्ह कपीस अंगद नल नीला। जामवंत मारुति नयसीला॥1॥ सब…

त्रिजटा-सीता संवाद

चौपाई : तेही निसि सीता पहिं जाई। त्रिजटा कहि सब कथा सुनाई॥ सिर भुज बाढ़ि सुनत रिपु केरी। सीता उर भइ त्रास…

घोरयुद्ध, रावण की मूर्च्छा

चौपाई : हाहाकार करत सुर भागे। खलहु जाहु कहँ मोरें आगे॥ देखि बिकल सुर अंगद धायो। कूदि चरन गहि भूमि गिरायो॥4॥…